पटना में डाक बंगला चौराहा पर सैंकड़ों की संख्या में पुलिसबल की तैनाती की गई थी किसी के हाथ में लाठी थी, किसी के हाथ में आंसू गैस छोड़ने वाली कैनन और किसी के हाथ में बंदूक था। दूसरे तरफ से भाजपा कार्यकर्ता नारा लगाते हुए आ रहे थे की इस भ्रष्टाचारी सरकार को हम गिरा देंगे। खबर ये आ रही है की भाजपा के कार्यकर्ता विजय कुमार सिंह ने पीएमसीएच में इलाज के दौरान अपना दम तोड़ दिया।
इसी लाठीचार्ज में लखीसराय बीजेपी जिलाध्यक्ष दीपक कुमार और पतनेर निवासी विपिन कुमार सिंह भी घायल हो गए हैं कई नेताओं को गंभीर चोटें भी आई है सभी को पीएमसीएच में भर्ती किया गया है जहां इलाज चल रहा है।
बीजेपी सांसद सुशील मोदी, केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय समेत कई नेताओं ने विजय सिंह की मौत लाठीचार्ज से होने का दावा किया है। पटना पुलिस ने दावा किया है कि विजय सिंह बेहोश हालत में मिले थे और उनके शरीर पर बाहरी चोट का कोई निशान नहीं था। प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने विजय सिंह के परिवार को पार्टी की तरफ से दस लाख रुपए की तत्काल सहायता की घोषणा की है। लाठीचार्ज में एमपी जनार्दन सिग्रीवाल, विपक्ष के नेता विजय सिन्हा, विधायक नितिन नवीन समेत कई नेताओं और कार्यकर्ताओं की पिटाई हुई है।

जहानाबाद से बीजेपी के महामंत्री विजय कुमार सिंह आए थे विधानसभा मार्च करने के लिए नेताओं ने सारे कार्यकर्ताओं को बुलाया था और आज पटना पुलिस ने इतने बर्बरता से लाठी बरसाया की भाजपा का एक महामंत्री या यूं कहें कि एक इंसान अपनी जान गंवा बैठा एक घर जो पूरी तरह बिखर गया।
सुशील मोदी, सम्राट चौधरी ,रेनू देवी के अलाव जितने भी बड़े नेता हैं उन सभी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया जो थोड़ी देर बाद ही छूट के बाहर आ गए लेकिन एक महामंत्री को पुलिस ने इतना मारा की वो अपना जान गंवा बैठा।
डाक बंगला चौराहा पर पांच जगह बैरिकेडिंग की गई थी आंसू गैस के गोले छोड़े जा रहे थे पुलिस अलग लाठियां भांज रही थी, वाटर कैनन का इस्तेमाल किया जा रहा था। सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा को पुलिस की अलग अलग टुकड़ी रोकती है इसके बावजूद सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा दोनों नेताओं पर लाठियां भांजी गईऔर चोटें भी आई है।
कुल तीन मांगों को लेकर बीजेपी का धरना प्रदर्शन चल रहा था इसके पहले सदन में भी बीजेपी मजबूती से इसका विरोध करते आई है। आइए जानते हैं वो तीन मांगें:
- पहले से जो शिक्षक नियुक्त हैं उनको राज्यकर्मी का दर्जा दिया जाए ।
- जो पहले कलम से 10 लाख नौकरी का वादा है वो नौकरी दीजिए
- तेजस्वी यादव का नाम चार्जशीट में आया है तो उनको इस्तीफा देना चाहिए।
भाजपा कार्यकर्ताओं की संख्या भी 1 लाख के करीब होगी वहीं नीतीश सरकार भी पूरी तैयारी में थी आपको बता दें कि कई लोग इसे विधानसभा में आरजेडी के विधायकों पर हुई लाठीचार्ज का बदला भी मान रहे हैं। आपको बता दें की कल बीजेपी ने राजभवन मार्च बुलाया है और अब बवाल होना तय है क्योंकि विजय कुमार सिन्हा ने कह दिया है कि हमारे नेता का शहीद होना व्यर्थ नहीं जाएगा।